17 Tips To Handle Failure in Life|

DON'T COMPARE YOURSELF WITH ANYONE IN THIS WORLD

AN INSPIRING STORY ABOUT A BBA STUDENT WHO ALWAYS COMPARE HIS SELF WITH HIS COLLEGE FRIENDS AND OTHERS WITH BAMBOO AND FERN STORY 

मेरे प्रिय मित्र मैं आज आप सबको एक ऐसी कहानी के बारे में बताने जा रहा हूं जिससे आप बहुत कुछ सीख सकते हैं लोग हमेशा अपने जीवन को दूसरों से तुलना करते हैं लेकिन यदि आप इस कहानी को पढ़ते हैं तो आपको पता चलेगा कि आप अपने जीवन को कभी भी किसी के साथ तुलना नहीं करना चाहिए यदि आपको प्रेरणादायक कहानियां पढ़ना पसंद है तो आप इस वेबसाइट पर और ब्लॉक पर  पढ़ सकते हैं तो यदि आपको यह ब्लॉग और आर्टिकल पसंद आता है तो मेरे वेबसाइट पर और ब्लॉक पर विजिट कर सकते हैं


एक समय की बात है एक बीबीए का विद्यार्थी अपना बीबीए पूरा करता है और आगे की पढ़ाई नहीं करने का निर्णय लेता है वह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि उसके घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होती है और वह नौकरी की तलाश में लग जाता है किंतु उसको कहीं पर भी नौकरी नहीं मिलती और वह निराश हो जाता है उसकी निराशा का कारण सिर्फ नौकरी नहीं मिलना नहीं था बल्कि वह इसलिए इतना निराश था क्योंकि वह हमेशा अपनी तुलना दूसरों से करता था साथ ही इसलिए भी वह उदास निराश हताश तथा गुस्सा था क्योंकि उसके माता-पिता ने उसको पढ़ाने के लिए कर्ज लिया था 

एक दिन वह जंगल की ओर जाता है और वहां वह भगवान से यह कहता है कि हे भगवान मेरे पास अब कोई दूसरा विकल्प नहीं है जीवन जीने के लिए शिवाय आत्महत्या करने के क्योंकि जो मेरे  दोस्त थे सब का नौकरी भिन्न-भिन्न देशों में लग गया किंतु मेरा किस्मत ही खराब है कि मेरे पास कोई नौकरी नहीं है इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं दोस्तों मानो ऐसा हुआ उसके साथ एक चमत्कारी घटना घटी एक बहुत ही सुंदर आवाज उसको सुनाई दिया ऐसा मानो कि भगवान स्वयं उसके सवालों का जवाब देने आए हो जंगल में से एक आवाज आया और वह विधार्थी की आवाज सुनकर चकित हो गया

भगवान ने कहा मेरे प्रिय पुत्र तुम आत्महत्या इसलिए करना चाहते हो ना कि तुम्हें नौकरी नहीं मिली यदि तुम अपने सवालों का जवाब पाना चाहते हो तो अपने आसपास देखो जंगल में देखो  तुम्हें अपने सवालों का जवाब मिल जाएगा दोस्तों आप विश्वास नहीं करेंगे कि यह बात सुनकर वह लड़का भगवान से यह कहता है कि हे भगवान मैं कुछ समझा नहीं आप क्या कहना चाहते हैं भगवान फिर से कहते हैं तुम अपने आसपास देखो तुम्हें क्या दिखता है और फिर मुझे बताओ लड़का जब अपने आसपास देखता है तो उसे एक झाड़ी और एक   बांस का पेड़ होता है जो अभी धरती के अंदर से उसका अंकुर निकला है जब लड़का दोनों  पौधों को देखता है तो उसको  यह दिखता है कि जो झाड़ी है वह बहुत ही हरा-भरा सुंदर और लंबा है जबकि जो बांस का पेड़ है अभी उसका सिर्फ  अंकुर निकला धरती की छाती फाड़ कर  अब भगवान कहते हैं क्या तुम दोनों पौधों को देख रहे हो मैंने इन दोनों पौधों को एक ही समय पर रो पा था दोनों को मैंने सामान जल दिया सामान धूप दिया और सामान देखभाल की  फिर झाड़ी पहले निकल आया लंबा हो गया हरा भरा हो गया सुंदर हो गया जबकि बांस का जो पेड़ है वह अभी तक नहीं निकला  है ऐसा क्यों है ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस संसार में हर चीज का अपना एक समय होता है जब झाड़ी हरा भरा होकर लंबा होकर तैयार था तब बांस का पौधा धरती के नीचे अपने जड़ों को मजबूत कर रहा था इसलिए हम दोनों पौधों का तुलना नहीं कर सकते हैं हर चीज का एक अपना निश्चित वक्त होता है जब वह समय आता है तब वह चीज बड़ा होता है इसी तरह इंसान का भी एक निश्चित समय होता जब उसको सफलता मिलती है वह आवाज ने उस लड़के को समझाया बेटा हम दोनों पौधों की तुलना उनकी गति की तुलना हम नहीं कर सकते हैं क्योंकि झाड़ियां तो बहुत जल्दी बड़ी हो जाती है वृक्षों को बढ़ने में समय लगता है इसीलिए हमें किसी की तरक्की को देखकर निराश नहीं होना चाहिए बल्कि उनसे कुछ सीख कर सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए और अपनी तुलना तो कभी करना ही नहीं चाहिए दूसरों से यह बात सुनकर उस नौजवान के मन में फिर से एक उम्मीद की किरण जगी दोस्तों कभी कभी हमें परिस्थितियां इतनी परेशान नहीं करती है जितने हम अपने आप को परेशान करते हैं कभी-कभी भगवान हमें दंड नहीं देते हैं जितना हम अपने आप को दंड देते हैं छोटी-छोटी बातों पर निराश हो जाते हैं जॉब नहीं लगी तो दूसरों से अपनी तुलना करने लग जाते हैं हर चीज में अपनी तुलना दूसरों से करते हैं और वही हमारे निराशा का सबसे बड़ा कारण बनता है और हमें लाइफ में आगे बढ़ने की उम्मीद ही नहीं दिखती है और हम आत्महत्या करने के लिए तैयार हो जाते हैं

 दोस्तों मैंने इस कहानी में जो बांस और झाड़ी का उदाहरण लिया है आप में से बहुत से लोगों को यह पता नहीं होगा कि जो चीनी बांस होता है ना उसको बढ़ने में सालों साल लग जाता यह सच्चाई है लेकिन जो जंगली झाड़ियां होती है वह बहुत ही कम समय में बड़ी हो जाती है इसीलिए कहा जाता है कि झाड़ियों को तो बड़े होने में समय नहीं लगता वृक्षों को तो बड़े होने में समय लगता है झाड़ियां तो यूं ही बड़ी हो जाती है वृक्षों को तो बड़ी होने में समय लगता है यदि आप चीनी बांस को देखते हैं तो इसकी जो लंबाई होती है ना दोस्तों वह  100 फिट होती है

ऐसा कहा जाता है जो बांस का    रूट है ना वह बहुत ही जटिल होता है क्योंकि बांस अपनी जड़ों को फैलाने में धरती के अंदर बहुत समय लगाती है इसीलिए बांस को बढ़ने में सालों साल लग जाता है 5 साल के बाद इसका थोड़ा सा पौधा बड़ा होता है यह जीव विज्ञान का एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य है कि पौधों में बांस को बढ़ने में बहुत ही ज्यादा समय लगता है और यह जटिल प्रक्रिया होती है

 कहा जाता है कि जब बांस का बढ़ने का समय आता है न तो 24 घंटे में यह 90 फीट की ऊंचाई को छू लेता है कभी-कभी क्योंकि अब बांस का जड़ मजबूत हो चुका है इसी तरह इस  संसार में जिस व्यक्ति का जड़ मजबूत होता है ना वह इसी बांस की तरह अपनी मंजिल की ऊंचाई को  छूते हैं और अपने सफलता को प्राप्त करता है

 जब हम बांस के पौधे को उगाते हैं तो इसकी अंकुर को भी निकलने में सालों साल लग जाता है और हम निराश हो जाते हैं हमें लगता है कि अब पौधा का विकास होगा ही नहीं लेकिन ऐसा नहीं होता दोस्तों

 क्योंकि जब बांस का जड़ मजबूत हो जाता है ना तो इसे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता इसी  तरह किसी व्यक्ति की सफलता उसके जड़े पर बहुत हद तक निर्भर करती है कि वह व्यक्ति अपने जीवन में कितना आगे जाएगा कितनी ऊंचाइयों को छुए गा तो दोस्तों अपने जड़ों को मजबूत करना सीखिए ना कि दूसरों से अपनी तुलना करके निराश होना क्योंकि जब आपका वक्त आएगा ना तो आप को ऊंचाइयों को छूने से कोई नहीं रोक सकता आप इतनी आगे जाएंगे इसी बांस की तरह जो बांस 90 फीट की ऊंचाई को छू लेता है आप भी अपने जीवन में इसी तरह ऊंचाइयों को छू लेंगे तो अपनी जड़ों को मजबूत करना सीखिए निराश होना मत सीखिए

 वह आवाज ने उस लड़के को यह एहसास दिलाया कि देखो बेटा जिस तरह बांस अपने समय पर 90 फीट की ऊंचाई को छू लिया है उसी तरह आप भी जब आपका समय आएगा तो आप भी अपने ऊंचाइयों को इसी तरह छुओ गे तो इसीलिए आप अपनी तुलना किसी भी व्यक्ति के साथ मत करना आपका भी समय आएगा 

 उस लड़के ने उस आवाज से सबक लिया कि मुझे जीवन में कभी भी निराश नहीं होना है और मेरा भी समय आएगा जब मैं अपनी मंजिल को प्राप्त कर लूंगा अपने सफलता को पाऊंगा 

 दोस्तों यह जरूरी नहीं है कि जिस व्यक्ति को सफलता मिल गई है तो वह असफल नहीं होगा और यह भी जरूरी नहीं है कि जिस व्यक्ति को सफलता नहीं मिला तो  वह  सफल नहीं होगा ऐसा जरूरी नहीं है हर व्यक्ति का अपना अपना समय होता है सृष्टि में क्योंकि ऐसा यह सृष्टि का नियम है हर चीज अपने समय पर होता है जब मैं इस कहानी को पढ़ता हूं तो मुझे यही प्रेरणा मिलती है कि हर चीज का अपना अपना समय होता है बस हमें उसके लिए तैयार रहना चाहिए और अपने आप की तुलना कभी भी किसी के साथ नहीं करना चाहिए तो दोस्तों बांस की तरह    बनिए है झाड़ी की तरह नहीं क्योंकि झाड़ी तो यूं ही बड़ी हो जाती है  वृक्ष को बढ़ने में समय लगता है दोस्तों जब चीजें आपके हक में हो तो कभी भी गरूर मत कीजिएगा  जब चीजें है आप के विपरीत हो तो थोड़ा सब्र जरूर कीजिएगा

 तो अपनी तुलना कभी भी किसी के साथ मत कीजिए क्योंकि हर चीज का अपना समय होता बस प्रतीक्षा कीजिए और मेहनत कीजिए मेरा इस कहानी का लिखने का यही उद्देश्य है कि आप इस कहानी को पढ़कर अपने जीवन में प्रेरणा ले और आगे बढ़े धन्यवाद इस कहानी को पढ़ने के लिए मैं आप सबके लिए फिर से प्रेरणादायक कहानियां लिख कर लाऊंगा

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